रायसेन, 06 दिसम्बर 2019
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए कुल प्राथमिकता क्षेत्र मे लगभग रु 6552.79 करोड़ का रायसेन जिले के लिए पोटेंशियल लिंक्ड क्रेडिट प्लान तैयार किया गया है। इस पोटेंशियल लिंक्ड क्रेडिट प्लान की बुकलेट का कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने विमोचन किया।
इस पोटेंशियल लिंक्ड क्रेडिट प्लान में फसल ऋण रु 4124.47 करोड़ रूपए एवं कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए ऋण अवधि, कृषि अवसंरचना और अनुषंगी गतिविधियों, कुल मिलाकर कृषि के लिए कुल क्रेडिट संभावित 5000.96 करोड रूपए़ का आकलन किया गया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम 882.81 करोड़ रूपए के साथ बाकी निर्यात क्रेडिट, शिक्षा, आवास, सामाजिक आधारिक संरचना एवं अन्य ऋण की संभाव्यता का आकलन किया गया है।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक श्री नरेश तिजारे ने बताया कि संभाव्यता युक्त ऋण योजना दस्तावेज़ मे ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध भौतिक संभाव्यता का बैंक ऋण के माध्यम से दोहन की संभावना का आकलन किया जाता है। इस संभाव्यता आकलन के दौरान सबंधित जिले में वर्तमान मे उपलब्ध अधोसंरचना, संभाव्यता के पूर्ण दोहन के लिए अपेक्षित अतिरिक्त अधोसंरचना, पिछले वर्ष मे बैंक ऋण प्रवाह और आगामी वर्ष मे संभावित अन्य परिवर्तनों को ध्यान मे रखा जाता है। इस संभाव्यता युक्त ऋण योजना के प्रॉजेक्शन और सरकार की नीतियों के लिए बैंकिंग क्षेत्र मे कितना वित्त उपलब्ध कराया जा सकता है।
इस संभाव्यता युक्त ऋण प्रणाली के आधार पर अग्रणी बैंक द्वारा अगले वित्तीय वर्ष के लिए जिले का वार्षिक क्रेडिट प्लान 2020-21 आरबीआई के लीड बैंक स्कीम के तहत बनाया जाना है। पुस्तिका विमोचन के समय सीईओ जिला पंचायत श्री अवि प्रसाद, अग्रणी बैंक प्रबन्धक, सहायक महाप्रबंधक आरबीआई, उपसंचालक कृषि, जीएम डीआईसी, क्षेत्रीय प्रबन्धक, एसबीआई, एमपीजीबी, सीबीआई सहित सभी बैंक जिला समन्वयक, बैंकर्स, शासकीय विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
नाबार्ड द्वारा जिले के प्राथमिकता क्षेत्र के लिए संभावित ऋण योजना (पीएलपी) 2020-21 का विमोचन